Success story : नर्मदापुरम के आदित्य नारायण तिवारी ने फिफ्थ अटेम्प्ट में 2ed रैंक किया हासिल
Success story : मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के परीक्षा परिणाम शनिवार को घोषित हुए हैं जिसमें नर्मदापुरम के आदित्य नारायण तिवारी को मध्यप्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। आदित्य की माने तो उनके पिता का उनकी सफलता में सबसे बड़ा योगदान रहा है जहां 2021 के एमपीपीएससी के परीक्षा परिणाम में जब आदित्य को सहकारिता निरीक्षक के पद पर वह पदस्थ हुए तो उन्होंने घर में ना तो मिठाई बुलाई थी और न ही इसकी खुशी जाहिर की।
उनका कहना था कि तुझे डिप्टी कलेक्टर बनना है। बस यही कारण रहा की आदित्य ने डेढ़ माह बाद 2022 के एमपीपीएससी के परीक्षा परिणामों में मध्य प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
Success story : आदित्य बताते है की मेरी तैयारी काफी लंबी रही है लगभग 4 से 5 साल का समय मुझे लगा। काफी समर्थन रहा मेरे परिवार से सभी लोगों को बहुत धन्यवाद करना चाहूंगा स्पेशली मेरे माता-पिता और साथ-साथ बचपन से जिनके यहां में रहकर पढ़ा हूं मेरी छोटी बुआ और फूफा जी उन्होंने बताया जो लड़का पांचवी में आदित्य को अभित्य लिखता था जिसे डी और बी में उसको फर्क नहीं समझ में आता था। वह अगर यह कर सकता है तो उसके परिवारजनों का आशीर्वाद और उनकी मेहनत कहीं ना कहीं मेरे लिए है। इसके साथ ही मेरे बड़े बुआ जी फूफा जी का भी धन्यवाद कहना चाहता हूं।
उनका सपोर्ट बिल्कुल अनकंडीशनल था। जैसे ही उन्होंने सुना कि मेरा इंटरव्यू कॉल है उसी दिन उन्होंने बोल दिया था कि तू तो बन गया लेकिन बड़े दुख का विषय है कि बड़े फूफा जी आज इस दुनिया में नहीं है। अभी कुछ महीने पहले ही उनका देहांत हो गया। एक और बात मैं कहना चाहता हूं कि हर बच्चा अपने परिवार का एक गुरुर रहता है और कोई ना कोई टास्क आपको दिया जाता है। तो जैसे मेरे पिता ने भी मुझे एक टास्क दिया था।
जब मैं अपना सब्जेक्ट चूस कर रहा था तो मैं डॉक्टर इंजीनियर उस समय वही चलाता था तो उन्होंने मुझसे बोला कि बेटा शासकीय सेवा में जाना है मैं तो यही चाहता हूं नहीं तो तुम घर का काम देखो और नहीं तो अपने हिसाब से डिसाइड करो। उसी दिन का दिन है मैंने अपना जो मोटिवेशन है ड्राइव किया और अंततः मैं उनका ख्वाब और मेरा ख्वाब बनाया।उन्होंने बताया की सहकारिता निरीक्षक के पद पर 2021 में मेरा चयन हुआ था। यह सत्य बात है कि मेरे पिताजी ने न मिठाई खाई थी। और ना ही बांटी थी।
उन्होंने उस समय भी यही कहा था कि बेटा अच्छा है बधाई हो लेकिन हम खुश नहीं है। टास्क तुम्हारा दूसरा है, मेरा मानना है इसको नेगेटिव में नहीं लेना चाहिए कि यह उनका गर्व है उनका विश्वास था वह जानते थे कि यह मुकाम आएगा और आज वह मुकाम आया उनका ही आशीर्वाद है।
Success story : पिताजी यही चाहते थे कि तुमने स्टार्ट किया है तो तुम्हे सबसे ऊपर जाना है तुम्हें डिप्टी कलेक्टर ही बनना है।आदित्य बताते है की में हरदा में कोऑपरेटिव इंस्पेक्टर के पद पर हूं। में युवाओं को संदेश देना चाहूंगा की अपने परिवार पर विश्वास करें और अपनी मेहनत को निरंतर बनाए रखें ताकि आप अपने मुकाम में सफल हो पाए।
उन्होंने बताया की यह मेरा फिफ्थ अटेम्प्ट है। 2018 और 2020 का प्रीलिम्स क्वालीफाई नहीं कर पाया था। 2019, 2021 और 2022 क्वालीफाई किया था। 2021 में सहकारिता निरीक्षक के पद पर चयन था 22 में मुझे एमपीपीएससी में सेकंड रैंक प्राप्त हुई है।
आदित्य नारायण तिवारी, एमपीपीएससी 2ed रैंक।