Mp Sidhi:जांच प्रतिवेदन के दो माह बाद भी दोषी अधीक्षक के खिलाफ नही हुई कार्यवाही
जांच प्रतिवेदन के दो माह बाद भी दोषी अधीक्षक के खिलाफ नही हुई कार्यवाही
Mp Sidhi:मामला शासकीय बालक छात्रावास मड़वास में पदस्थ अधीक्षक द्वारा की गई अनियमितता का, जनसुनवाई में मिली शिकायत पर कलेक्टर ने एसडीएम मझौली को दिये थे निर्देश
Mp Sidhi:सीधी/मड़वास 10 फरवरी। जांच प्रतिवेदन के दो माह बाद भी दोषी अधीक्षक के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं हुई। मामला शासकीय बालक छात्रावास मड़वास में पदस्थ अधीक्षक द्वारा की गई अनियमितता का है। जनसुनवाई में मिली शिकायत पर कलेक्टर ने एसडीएम मझौली को जांच के निर्देश दिये थे।
Mp Sidhi:शासकीय बालक आदिवासी छात्रावास मड़वास अधीक्षक के विरूद्ध अभिभावक हरिलाल कोल द्वारा कलेक्टर की जनसुनवाई में 5 नवम्बर 2024 को आवेदन देकर बताया गया था कि 3 वर्षों से इसके बच्चों को छात्रवृत्ति प्राप्त नही हुई है। अधीक्षक द्वारा बच्चों से अंगूठा लगवाकर पैसा निकाल लिया जाता है और छात्रावास से घर भेज दिया जाता है। अगर बच्चे पुन: छात्रावास पहुंचते हैं तो गाली देकर अधीक्षक द्वारा भगाया जाता है। उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुये कलेक्टर द्वारा एसडीएम मझौली को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे। जिस पर मझौली एसडीएम आर.पी.त्रिपाठी द्वारा गठित टीम के साथ 6 नवम्बर 2024 को छात्रावास पहुंचे। जांच के दौरान विभागीय जिले की टीम भी वहां मौजूद थी। एसडीएम के द्वारा छात्रावास में मौजूद बच्चों से एक-एक करके पूंछतांछ की गई। बच्चों ने अधीक्षक राघवेन्द्र अहिरवार के ऊपर गंभीर आरोप लगाये। टीम द्वारा छात्र उपस्थित पंजी अप्रैल 2023 तक, कैसबुक पंजी दिनांक 12 जून 2023 तक, आदेश पंजी दिनांक 4 नवम्बर 2024 तक, स्वास्थ्य पंजी एवं दिनांक 20 सितम्बर 2024 तक, दिनांक 10 अप्रैल 2024 तक अद्यतन पंजी वर्तमान अधीक्षक के द्वारा तैयार नहीं किया जाना पाया। वहीं स्थाई सामग्री स्टाक पंजी, अस्थाई सामग्री स्टाक पंजी उपलब्ध नहीं कराया गया। वहीं गाईडलाईन के अनुसार अभिलेख संधारण में घोर लापरवाही पाई गई। मड़वास तहसीलदार सुषमा रावत ने भी 10 अगस्त 2024 को अचानक छात्रावास पहुंचकर निरीक्षण किया, उस दौरान भी अधीक्षक के द्वारा कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया। जांच प्रतिवेदन दो माह पहले देने के बाद भी कार्यवाई नहीं हुई।
जांच प्रतिवेदन में दण्डात्मक कार्यवाई का प्रस्ताव
Mp Sidhi:एसडीएम मझौली द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि अधीक्षक राघवेन्द्र अहिरवार द्वारा अपनी पदस्थापना माह अप्रैल के पश्चात जारी गाइडलाईन के अनुसार अभिलेखों का संधारण नहीं किया गया। वहीं समय-समय पर प्राप्त धनराशि स्वयं के द्वारा आहरित कर अभिलेख संधारित नहीं करने से गंभीर वित्तीय अनियमितता एवं आपराधिक कृत्य किया गया है। प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर अधीक्षक को हटाकर विभागीय जांच संस्थित कर दण्डात्मक कार्यवाई किया जाना प्रस्तावित है।
इनका कहना है
Mp Sidhi:शासकीय बालक छात्रावास मड़वास में पदस्थ अधीक्षक राघवेन्द्र अहिरवार के खिलाफ अनियमितताओं की छात्रावास के छात्रों एवं अभिभावकों द्वारा जनसुनवाई में 5 नवम्बर 2024 को कलेक्टर सीधी से की गई शिकायत की जांच एसडीएम मझौली के नेतृत्व में गठित जांच टीम द्वारा की गई थी। एसडीएम मझौली द्वारा कलेक्टर सीधी को 12 नवम्बर 2024 को सौंपे गए जांच प्रतिवेदन की सूचना का अधिकार अधिनियम में मिली छाया प्रति में स्पष्ट उल्लेख है कि अधीक्षक द्वारा गंभीर वित्तीय अनियमितता एवं आपराधिक कृत्य करने का प्रथमदृष्टया दोषी पाया गया है। जिन्हें अधीक्षक पद से हटाकर विभागीय जांच कर दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। लेकिन जांच प्रतिवेदन के दो माह बाद भी अधीक्षक के खिलाफ कार्यवाही तो दूर आज तक अधीक्षक पद से हटाया तक नही गया। जिसको लेकर आज मेरे द्वारा सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग सीधी को बिन्दुवार लिखित शिकायत कर दोषी अधीक्षक को तत्काल छात्रावास से हटाकर कार्यवाही की जाये।
अमित कुमार मिश्रा, मड़वास, शिकायतकर्ता
Mp Sidhi:सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग का प्रभार लिये मुझे अभी कुछ ही दिन हुए हैं। पूरा मामला मेरे संज्ञान में नही था। उक्त मामले के संबंध में आज अमित कुमार मिश्रा की शिकायत मिली है। शिकायत के साथ एसडीएम मझौली द्वारा दिए गए जांच प्रतिवेदन की मिली छाया प्रति और शिकायत के बिन्दुओं के तथ्यों की जांच उपरांत नियमानुसार जल्द कार्यवाही की जायेगी।
एस.एन.द्विवेदी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग सीधी