बहन के घर से चला अपने गांव को , पहुंच गया टीकमगढ़ वृद्ध आश्रम, परिजन पहुंचे तो वृद्ध आश्रम वालों के आंखों से छलका आंसू
Mp News:टीकमगढ़ मध्य प्रदेश ।जब बरसों बाद कोई बिछड़ा मिलता है तो खुशी के आंसू आ ही जाते हैं कुछ ऐसा ही वाक्या टीकमगढ़ में देखने को मिला जब एक व्यक्ति 25 अक्टूबर 2024 को मानसिक स्थिति ठीक ना होने के चलते वृद्ध आश्रम टीकमगढ़ पहुंचा था लेकिन काफी प्रयास के बाद जब उसके परिजन आश्रम पहुंचे तो परिजन और आश्रम में सेवा करने वाले लोगों की आंखों के आंसू रुक नहीं रहे थे आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी से रूबरू कराने जा रहे हैं
Mp News:टीकमगढ़ शहर के मऊ रोड पर एक वृद्ध आश्रम संचालित होता है जिसे महिलाओं द्वारा संचालित किया जाता है इसी वृद्ध आश्रम में 25 अक्टूबर की रात 8:30 के आसपास डायल हंड्रेड एक व्यक्ति को लेकर पहुंचती है जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और वह कुछ बोल पाने में असमर्थ था आश्रम में रोका गया और उनकी सेवा की गई आश्रम में वह किसी से बात नहीं करते थे एवं एकदम गुमसुम रहते थे इसके बाद आश्रम की संचालिका श्रद्धा चौहान ने उनका एक अच्छे डॉक्टर से इलाज शुरू कराया और इलाज का असर हुआ कि वह धीरे-धीरे समान होने लगे और थोड़ी-थोड़ी बात करने लगे इसके साथ उन्होंने वृद्ध आश्रम के कार्यों में भी हाथ बटाना शुरू कर दिया।
श्रीमती श्रद्धा चौहान बताती हैंकि वह सर्वधर्म समभाव की फोटो आश्रम में लगी हुई हैं जिसमें वह फोटो पर हाथ रखते और रोने लगते थे क्योंकि जिस फोटो में वह हाथ रखती थी वह सिख व्यक्ति की थी तो हम लोगों ने अंदाज लगाया कि यह व्यक्ति सरदार है और इसके बाद पगड़ी लाकर दी तो उन्होंने अपने हाथ से पगड़ी बांध ली।
कैसे पहुंचे परिजनों तक
Mp News: वृद्ध आश्रम आश्रम की संचालिका कहती हैं कि जब उनकी हालत ठीक होने लगी और बात करने लगे तो उन्होंने बताया कि वह हरियाणा की तहसील जाखार के गांव चूहपुर के रहने वाले हैं जैसी उन्होंने अपने गांव का नाम बताया तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस कोतवाली टीकमगढ़ को दि गई। कोतवाली प्रभारी ने हरियाणा के थाना जाखार फोन किया तो पता चला कि थाने में पांडू राम के नाम की गुमशुदगी कायम है इसके बाद उनके घर वालों से संपर्क हुआ और उनके परिजन टीकमगढ़ आए और वृद्ध आश्रम पहुंचे इसके बाद उन्हें ट्रेन से उनके घर के लिए रवाना किया।
विदाई में रो पड़े सब
Mp News:मानव जीवन में जब बिछड़े हुए लोग मिलते हैं तो खुशी के आंसू आ जाते हैं कुछ इस परिवार के साथ भी ऐसा हुआ जो बहन के घर से चला था अपने गांव की ओर लेकिन पहुंच गया टीकमगढ़ और जहां पर वृद्ध आश्रम में उसे जगह मिली इसके बाद पांडू राम के बहनोई और उनके परिजन लेने के लिए टीकमगढ़ पहुंचे जहां पर उनकी धूमधाम से विदाई की गई ।